जिझौतिया ब्राह्मणों में चतुर्वेदी या चौबे उपनाम अंतर्गत दस गोत्र – 1.गौतम 2. शाण्डिल्य 3.गर्ग 4.सांकृत 5.कश्यप 6.वत्स (Vats ) 7.पाराशर 8.वशिष्ठ 9.कौशल (Kaushal) और 10.काश्यप हैं। यहाँ तीन गोत्रों यथा गौतम, शाण्डिल्य और गर्ग की गोत्रावलियाँ दी जा रही हैं। गर्ग और गौतम गोत्र का वेद यजुर्वेद है जबकि शाण्डिल्य गोत्र का वेद सामवेद है।
चतुर्वेदी (चौबे ) जिझौतिया ब्राह्मणों का एक उपनाम है। जिझौतिया ब्राह्मणों में चतुर्वेदी उपनाम अंतर्गत दस गोत्र हैं। चतुर्वेदी उपनाम एवं गौतम गोत्र के जिझौतिया ब्राह्मणों का आदिग्राम – 1.रुपनौल ( रिपनौर ) 2.बांसी 3.ददरी 4.कालिंजर 5. कछौरा 6.मुरजा और 7.पिपरासर है। गौतम गोत्र अंतर्गत तीन प्रवर – गौतम, अंगिरा और वार्हस्पत्य हैं। जिझौतिया ब्राह्मण अंतर्गत चतुर्वेदी उपनाम व गौतम गोत्र का वेद – यजुर्वेद, उपवेद – धनुर्वेद, शाखा – माध्यन्दिन, सूत्र – कात्यायन, छन्द – अनुष्टुप, शिखा – दक्षिण, पाद – दक्षिण, देवता – शिव एवं कुलदेवता – गुसाईं बाबू हैं। इनके कुल पूजा का समय भाद्रशुक्ल दोज है।